- उच्च जन्म दर निम्न मृत्यु दर
- परिवार नियोजन पर ध्यान न देना
- असाक्षरता
- निम्न जीवन स्तर
- कम आयु में विवाह होना
बढ़ती जनसंख्या भारत केलिए बड़ी चुनौती
चीन के बाद भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा आबादी वाला देश है| वर्ष 2011 भारत की 15 वीं जनगणना के अनुसार भारत कि आबादी 121 करोड़ थी जो 2017 में 133 करोड़ 2018 में 135 करोड़ 2019 में 136करोड़ आबादी निवास करती है| यह अत्यधिक तीव्र गति से बढ़ रही आबादी है भारत कीजनसंख्या वृद्धि दर प्रति वर्ष 1.76 प्रतिशत है |
विश्व की बात की जाए तो जनसंख्या वृद्धि दर प्रति वर्ष 1.3 प्रतिशत चीन की प्रति वर्ष 0. 7% है|अगर क्षेत्रफल की बात की जाए भारत का क्षेत्रफल विश्व में 2.4 प्रतिशत मात्र है अगर भारतीय जनसंख्या की बात की जाए तो 17. 7 प्रतिशत जनसंख्या भारत में निवास करती है|भारतीय क्षेत्रफल सीमित है लेकिन आबादी तीव्र गति से बढ़ रही है अगर भारत की आबादी इतनी ही तीव्र गति से बढ़ती रही तो वह दिन दूर नहीं जब भारत विश्व का सबसे ज्यादाआबादी वाला देश होगा
जनसंख्या वृद्धि के अनुमान तथ्य
प्रत्येक वर्ष भारत की जनसंख्या में लगभग डेढ़ करोड़ की वृद्धि रिकॉर्ड की जाती है अथवा 15लाख लोगों की प्रतिमाह ,70 हजार लोग प्रतिदिन , 50 व्यक्ति प्रति मिनट में जन्म लेते हैं विश्वमें हर पांचवा व्यक्ति एक भारतीय है जितनी जनसंख्या ऑस्ट्रेलिया की है उतनी जनसंख्या भारत की डेढ़ साल में हो जाती है यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगा कि आने वाले समय में भारतीय जनसंख्या विश्व की सबसे ज्यादा संख्या होगी|
तीव्र जनसंख्या बढ़ोतरी के कारण
जनसंख्या बढ़ोतरी के परिणाम
भारतीय जनसंख्या बढ़ोतरी के कारण लोगों के जीवन स्तर पर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष प्रभाव देखी जा सकते है| भारत में जितनी तीव्र गति से जनसंख्या में बढ़ोतरी हुई है उतनी तीव्र गति से औद्योगिक क्षेत्र एवं कृषि क्षेत्र में बढ़ोतरी नहीं हुई हैं| जिसके कारण प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि नहीं हो पाई है |
जनसंख्या बढ़ोतरी के कारण लगभग 30 मिलियन या तीन करोड़ व्यक्तियों को आवास विहीन है, 200 मिलियन से अधिक व्यक्तियों को पेयजल की सुविधा नहीं है तथा 313 मिलियन से अधिक लोग अनपढ़ है, 40 मिलियन से अधिक लोग बेरोजगार है|
जनसंख्या बढ़ोतरी के कारण लगभग 30 मिलियन या तीन करोड़ व्यक्तियों को आवास विहीन है, 200 मिलियन से अधिक व्यक्तियों को पेयजल की सुविधा नहीं है तथा 313 मिलियन से अधिक लोग अनपढ़ है, 40 मिलियन से अधिक लोग बेरोजगार है|
- नगरों पर जनसंख्या का प्रत्यक्ष बोझ
- यातायात, विद्युत,चिकित्स्या सुविधाओं में कमी
- अपराध एवं हिंसा
- बेरोजगार
- खाद्य पदार्थों की कमी न जाने कितनी समस्या है जो देश के लिए खतरा हो सकती है और इतनी बड़ी जनसंख्या को स्वास्थ्य सविधा देना, रोजगार देना हो सभी कोआवास प्रदान करना एक देश के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है |
जनसंख्या बढ़ोतरी की समस्या के उपाय
- धारणीय कृषि को सुनिश्चित करना
- रोजगार में बढ़ोतरी
- जनसंख्या नीति का सख्ती से क्रियान्वयन
- जिन राज्यों में जनसंख्या अधिक है वहां नई नीतियों का निर्माण करना
- जनसंख्या नियंत्रण उपायों का प्रयोग
- स्त्री रोजगार ने बढ़ोतरी
- केंद्रीय एवं राज्य सरकार को जनसंख्या बढ़ोतरी पर विशेष ध्यान देना
- जनसंख्या को कम करने के लिए लोगों को प्रलोभन देना जैसे 1 बच्चे पर सरकारी नौकरी आदि
- लोगों के जीवन स्तर में बढ़ोतरी
- विवाह योग्य उम्र को बढ़ाना
- शिक्षा में बढ़ोतरी
- 2 बच्चों की नीति का पालन
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